महारानी अहिल्याबाई होलकर जी का जीवन नारी नेतृत्व, परोपकार और सशक्तिकरण की प्रेरणा पुंज: प्रो विनीता
Last Updated on May 30, 2025 by Gopi Krishna Verma

गिरिडीह। शुक्रवार को गिरिडीह महाविद्यालय गिरिडीह में न्याय , धर्म और लोकसेवा की प्रतीक महारानी अहिल्याबाई होलकर जी की 300 वीं जयंती समारोह के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि नगर आयुक्त प्रशांत लायक, विशिष्ट अतिथि कालेज के प्राचार्य डॉ अनुज कुमार, विशिष्ट अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष महादेव दुबे, निर्माण कम्प्यूटर के निदेशक नवल किशोर सिंह एवं कार्यक्रम प्रभारी प्रो विनीता कुमारी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर माता अहिल्याबाई होलकर के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किया गया।

वहीं बीएड विभाग के छात्र-छात्राओं के द्वारा माता अहिल्याबाई जी के जीवन पर आधारित नाट्य मंचन किया गया, गणेश वंदना के साथ छात्र छात्राओं ने एक-से-बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर नारी सशक्तिकरण की मिसाल पेश किए। वहीं संबोधित करते हुए प्रशांत लायक ने कहा कि महारानी अहिल्याबाई का व्यक्तित्व लोगों के लिए प्रेरणादायी है। डॉ अनुज कुमार ने कहा कि वह एक ऐसी वीरांगना थी जिन्होंने भारतीय संस्कृति और मातृभूमि के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। महादेव दुबे ने कहा कि महारानी अहिल्याबाई होलकर जी न्याय, धर्म और लोकसेवा की प्रतीक थी।
कार्यक्रम की प्रभारी प्रो विनीता कुमारी ने कहा कि अहिल्याबाई होलकर जी भारत में सबसे पहलेनारी शिक्षा के महत्व को समझा और समाज में नारी शिक्षा के लिए जागृति पैदा की। मौके पर बीएड सेमेस्टर-टू और चार के छात्र-छात्राओं के साथ एनसीसी कैडेट्स भी उपस्थित थे।

मौके पर संदीप डेंगेच, हरमिंदर सिंह बग्गा, समीर दीप, उज्जवल तिवारी, कृष्ण कांत, प्रियंका,स्नेहा, श्रद्धा, शिवानी, सुधांशु, नितेश, विकास, हीरालाल मंडल, अवधेश मिश्रा, शशिकांत, संदीप, अजय आदि सैकड़ों छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।