कफ सिरप के सेवन से बच्चों के प्रभावित होने की खबरों के बाद जिला प्रशासन अलर्ट मोड में है
Last Updated on October 7, 2025 by Gopi Krishna Verma

गिरिडीह। उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी रामनिवास यादव के द्वारा जानकारी दी गई कि कफ सिरप के सेवन से बच्चों के प्रभावित होने की खबरों के बाद जिला प्रशासन अलर्ट मोड में है। इस संबंध में सिविल सर्जन/औषधि निरीक्षक को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं, ताकि जिले में किसी भी बच्चे के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े।
जारी निर्देश के अनुसार बिना डॉक्टर की पर्ची के किसी भी मेडिकल स्टोर में कफ सिरप की बिक्री नहीं की जाएगी। सिविल सर्जन के माध्यम से सभी चिकित्सकों को यह भी निर्देशित किया गया है कि वे केवल उन्हीं आयु वर्ग के बच्चों को कफ सिरप दें जिनमें किसी प्रकार के दुष्प्रभाव की संभावना न हो। जिला प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने वाले मेडिकल स्टोर या चिकित्सक के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इसके साथ ही कफ सिरप की गुणवत्ता और सुरक्षा की जांच हेतु सिविल सर्जन के माध्यम से बाजार में उपलब्ध विभिन्न ब्रांडों के सैंपल की जांच कराई जाएगी।जिला प्रशासन ने अभिभावकों से अपील की है कि वे डॉक्टर की सलाह के बिना बच्चों को कोई भी कफ सिरप न दें।