गिरिडीह में रीडिंग कैंपेन – “मेरी किताब, मेरी कहानी” के अंतर्गत मोबाइल लाइब्रेरी वैन का शुभारंभ

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Last Updated on August 28, 2025 by Gopi Krishna Verma

अभियान का उद्देश्य बच्चों और समुदाय में किताबों के प्रति रुचि बढ़ाना है, ताकि पढ़ना केवल एक शैक्षणिक गतिविधि न रहकर उनके जीवन का अभिन्न हिस्सा बन जाए

गिरिडीह। राज्य स्तर पर रीडिंग कैंपेन –”मेरी किताब, मेरी कहानी” की शुरुआत की गई है। इस अभियान का उद्देश्य बच्चों और समुदाय में किताबों के प्रति रुचि बढ़ाना है, ताकि पढ़ना केवल एक शैक्षणिक गतिविधि न रहकर उनके जीवन का अभिन्न हिस्सा बन जाए। यह रीडिंग कैंपेन, झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद्, रांची द्वारा चलाए जा रहे Mera Vidyalaya NIPUN – Main Bhi NIPUN कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह केवल एक अभियान नहीं, बल्कि बच्चों के भविष्य को संवारने की दिशा में एक बड़ा कदम है। न्यूरोसाइंस और अनेक शोध बताते हैं कि बचपन में, विशेष रूप से 2 से 9 वर्ष की उम्र के बीच, आनंद के लिए पढ़ना मस्तिष्क के उन हिस्सों को मजबूत करता है जो सीखने, याद रखने और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े होते हैं।

कहानियां बच्चों की कल्पना, सहानुभूति और सोचने की क्षमता को कई गुना बढ़ाती हैं। इस अभियान के अंतर्गत हर बच्चे तक उम्र के अनुकूल और रोचक किताबें एवं कहानियाँ पहुँचाने का प्रयास किया जाएगा। हम चाहते हैं कि बच्चों की पढ़ने-लिखने की यात्रा सिर्फ स्कूलों तक सीमित न रहे, बल्कि उन्हें घर पर भी पढ़ने का माहौल मिले। इसके लिए मुखर वाचन (Read Aloud), कहानी कथन, और रीड-अ-थॉन जैसी गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी।

मोबाइल लाइब्रेरी वैन का विद्यालयों में संचालन 2 सितंबर तक किया जायेगा जिसके अंतर्गत दिनांक 29 को गिरिडीह प्रखंड, दिनांक 30 को जमुआ, दिनांक 31 को रविवार होने के कारण ग्राम स्तर पर विशेष संचालन, दिनांक 01 सितंबर को धनवार एवं 02 को बगोदर प्रखंड के साथ समापन हो जायेगा I विद्यालयों में वैन के माध्यम से पठन संबंधित गतिविधि एवं पढ़ने के महत्वों पर बच्चों को प्रोत्साहित करेगा I इसी क्रम में, हम सभी 1 सितम्बर को “रीड-अ-थॉन” मनाएँगे, जहाँ सुबह 11:00 से 11:30 बजे तक सभी प्रधानाध्यापक, शिक्षक, बच्चे, अभिभावक एवं समुदाय सदस्य एक साथ किताबें पढ़ेंगे। इस अवसर पर मोबाइल लाइब्रेरी वैन को जिला शिक्षा अधीक्षक श्री मुकुल राज, सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी श्री प्रदीप रवानी एवं रेनू श्रेष्ठ, तथा रूम टू रीड इंडिया ट्रस्ट संस्था के डिस्ट्रिक्ट लीड श्री सुजीत कुमार द्वारा संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर विभिन्न विद्यालयों के लिए रवाना किया गया।

समारोह को संबोधित करते हुए जिला शिक्षा अधीक्षक मुकुल राज ने कहा कि “पढ़ना एक कौशल है जिसका प्रतिदिन अभ्यास किया जाना चाहिए। यह कार्यक्रम जीवन में किताबों की भूमिका और प्रतिदिन पढ़ने के महत्व को रेखांकित करता है।” उन्होंने सभी प्राथमिक विद्यालयों को संबोधित करते हुए कहा कि वे प्रत्येक बच्चे को प्रतिदिन एक कालांश स्वतंत्र पठन और पठन अभ्यास के लिए सुनिश्चित करें। यह रीडिंग कैंपेन न केवल मेरा विद्यालय निपुण एवं मैं भी निपुण कार्यक्रम के अंतर्गत निर्धारित बुनियादी साक्षरता के संकेतकों पर बच्चों के प्रदर्शन को बेहतर बनाएगा, साथ ही विद्यालय एवं समुदाय में पठन संस्कृति के विकास में भी सहायक होगा। विद्यालय इसे कैंपेन को एक उत्सव के रूप में मनाये जिसके तहत पुस्तकालय के बाल साहित्यों को सुसज्जित करना एवं नियमित पठन गतिविधियों को आयोजित करना शामिल है।

इस उद्घाटन कार्यक्रम में जिला परियोजना कार्यालय से सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी रेनू श्रेष्ठ, ACP लक्ष्मी प्रसाद यादव, डेटा एंट्री ऑपरेटर संतोष कुमार, डिस्ट्रिक्ट मैनेजर मनीष कश्यप, तथा रूम टू रीड इंडिया संस्था के प्रतिनिधि उमा शंकर शर्मा, पियूष कुमार पांडेय, उत्तरनाथ, गणौरी विश्वकर्मा, एवं पीरामल फाउंडेशन के गांधी फेलो सौरभ कुमार उपस्थित रहें। अभियान के अंतर्गत 1 सितम्बर 2025 को रीड-अ-थॉन का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सुबह 11:00 से 11:30 बजे तक राज्य भर में सामूहिक रूप से किताबें पढ़ी जाएँगी। यह गतिविधि बच्चों, शिक्षकों, अभिभावकों और समुदाय के बीच पढ़ने के आनंद को साझा करने का अवसर होगी।

झारखंड शिक्षा परियोजना गिरिडीह, सभी शिक्षकों, अभिभावकों एवं समुदाय के सदस्यों से इस अभियान को सफल बनाने हेतु सक्रिय सहभागिता की अपील करता है।

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