शहरपुरा प्लस टू उच्च विद्यालय में मना मुंशी प्रेमचंद की 145वीं जयंती
Last Updated on July 31, 2025 by Gopi Krishna Verma


नवडीहा। गुरुवार को हिंदी कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद का 145वां जयंती समारोह उत्क्रमित प्लस टू उच्च विद्यालय शहरपूरा में मनाया गया। इस दौरान हिंदी टीजीटी शिक्षक सह कवि नेतलाल यादव ने बच्चों को मुंशी प्रेमचंद के जीवन से हिंदी साहित्य को मिली समृद्ध को लेकर विस्तारपूर्वक जानकारी दी।

बताया मुंशी प्रेमचंद, जिनका वास्तविक नाम धनपत राय श्रीवास्तव था, हिंदी और उर्दू साहित्य के एक महान लेखक थे। उनका जन्म 31 जुलाई, 1880 को वाराणसी के लमही गांव में हुआ था। वे एक गरीब परिवार में पैदा हुए थे और बचपन में ही माता-पिता को खो दिया था।प्रेमचंद ने शिक्षा विभाग में भी काम किया और बाद में गांधीजी के असहयोग आंदोलन से प्रभावित होकर सरकारी नौकरी छोड़ दी। उन्होंने कई प्रसिद्ध उपन्यास और कहानियां लिखीं, जिनमें गोदान, गबन, कर्मभूमि, सेवासदन, कफन, पंच परमेश्वर आदि शामिल हैं। 8 अक्टूबर, 1936 को उनका निधन हो गया।

इस दौरान प्रधानाध्यापक अमित कुमार त्रिपाठी, पवन कुमार, मो. साजिद हुसैन, नेतलाल यादव, अजय कुमार, देवेंद्र प्रसाद वर्मा, मंच संचालक धीरज पासवान, दयानंद कुमार, सनोज कुमार, जितेंद्र वर्मा चंदन वर्मा, सूरज वर्मा, अमित कुमार, विपुल कुमार, सुकेता कुमारी, प्रीति कुमारी, स्वाति कुमारी, ज्योति कुमारी, सोनाली कुमारी आदि उपस्थित थे।