डांडेडीह-बरवाडीह स्थित जर्जर पुल के निर्माण को मिली हरी झंडी

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Last Updated on June 19, 2025 by Gopi Krishna Verma

सूचना अधिकार कार्यकर्ता सुनील खंडेलवाल का अथक प्रयास लाया रंग

गिरिडीह। डांडेडीह-बरवाडीह स्थित अंग्रेजों के जमाने में बनाए गए पुल की स्थिति काफी जर्जर एवं दयनीय हो गई है। इस संबंध में सामाजिक एवं सूचना अधिकार कार्यकर्ता सुनील खंडेलवाल ने दिनांक 09 अप्रैल 2025 को रेलवे बोर्ड को एक पत्र भेजा था जिसमें उन्होंने निवेदन किया था कि रेलवे के द्वारा जो माल ढुलाई की जा रही है उससे संबंधित इस पुल का निर्माण अविलंब कराया जाए। इस पत्र के जवाब में सुश्री वंदना सिंहा, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर, पूर्व रेलवे, आसनसोल के द्वारा खंडेलवाल को सूचित किया कि इस पुल का रख-रखाव रेलवे के द्वारा नहीं किया जाता है। पुनः दिनांक: 25 अप्रैल 2025 को खंडेलवाल ने एक पत्र कोयला मंत्रालय को भेजा और इस पुल का निर्माण कराने के लिए निवेदन किया। इस पत्र के आलोक में लखपत सिंह चौधरी, संयुक्त सचिव, कोयला मंत्रालय ने खंडेलवाल को सूचित किया कि यह मामला कोयला विभाग से भी संबंध नहीं है।

उपरोक्त दोनों ही मंत्रालयों के द्वारा हाथ खड़े कर दिए गए तो एक बार फिर से खंडेलवाल ने दिनांक: 26 अप्रैल को एक पत्र सड़क परिवहन एवं उच्च मार्ग विभाग तथा झारखंड सरकार को भी लिखा। इन दोनों पत्रों के आलोक में पत्रांक 866 दिनांक : 14 जून 2025 को अपर समाहर्ता, गिरिडीह को संबोधित पत्र के माध्यम से अनुमंडल पदाधिकारी, गिरिडीह ने खंडेलवाल को सूचित किया कि मामला राज्य सरकार में अवस्थित संबंधित विभागों से है इसलिए उन विभागों से पत्राचार करना की न्यायोचित होगा। दिनांक : 07 जून 2025 को पुनः खंडेलवाल ने एक पत्र भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एवं सचिव, पथ निर्माण विभाग, झारखंड सरकार को भेज कर इस मामले में आवश्यक कार्रवाई करने हेतु अनुरोध किया। जवाब में धीरज कुमार भारती, परियोजना निदेशक, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के पत्र दिनांक : 22 जून 2025 के माध्यम से खंडेलवाल को सूचित किया गया कि यह मामला पथ निर्माण विभाग, झारखंड सरकार के अंतर्गत आता है इसलिए वहां पर संपर्क किया जाए।

खंडेलवाल के द्वारा पथ निर्माण विभाग को लिखे गए पत्र के आलोक में सूचित किया गया की दिनांक: 11 जून 2025 को मामले पर आवश्यक कार्रवाई करने हेतु श्री रामविलास सिंह, कार्यपालक अभियंता, पथ निर्माण विभाग, गिरिडीह के पास भेज दिया गया है। इसके अलावा दिनांक: 02 मई 2025 को गिरिडीह सिविल सोसाइटी का एक प्रतिनिधि मंडल तत्कालीन उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा जी से भी मिलकर पुल के निर्माण के संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने का अनुरोध किया।

कल दिनांक : 18 जून 2025 को खंडेलवाल के द्वारा राम विलास सिंह, कार्यपालक अभियंता, पथ निर्माण विभाग, गिरिडीह से दूरभाष पर मामले की जानकारी ली गई जिसमें राम विलास सिंह के द्वारा खंडेलवाल को सूचित किया गया कि इस मामले पर त्वरित संज्ञान लेते हुए उन्होंने एक प्रस्ताव बनाकर पथ निर्माण विभाग, रांची के पास आवश्यक कार्रवाई हेतु भेज दिया है जहां पर यह सूचना मिली है की प्रस्ताव लगभग पारित हो गया है एवं पुल के निर्माण हेतु आवश्यक धनराशि की व्यवस्था की जा रही है।

श्री सिंह ने खंडेलवाल को यह भी सूचित किया की जैसे ही धनराशि प्राप्त हो जाएगी उसके बाद इस पुल का निर्माण कार्य बगैर किसी अन्य विलंब के करा दिया जाएगा। श्री सिंह ने इस अति संवेदनशील विषय पर काफी गंभीरता दिखाते हुए चिंता व्यक्त की कि वाकई में इस पुल के निर्माण की अति सख्त जरूरत है साथ ही यह सुरक्षा का भी मामला है, इसलिए संपूर्ण विभाग इस पुल के निर्माण को कराने में कोई भी कोताही नहीं बरत रहा है।

खंडेलवाल ने झारखंड सरकार सहित राम विलास सिंह का आभार व्यक्त किया है कि उन्होंने इस विषय पर त्वरित संज्ञान लेते हुए आवश्यक कार्रवाई की।

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