डीसी ने की युएमएस पिपराडीह, से बच्चों को पल्स पोलियों दवा पिलाकर अभियान की शुरुआत

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Last Updated on October 12, 2025 by Gopi Krishna Verma

अपने बच्चों को दो बूंद जिंदगी की खुराक अवश्य पिलाएं ताकि कोई भी बच्चा न छूटे: उपायुक्त

गिरिडीह। रविवार को जिला उपायुक्त रामनिवास यादव ने उत्क्रमित मध्य विद्यालय, पिपराडीह, पीरटाड़ से बच्चों को पल्स पोलियों दवा पिलाकर अभियान की शुरुआत की। जहां बच्चों को पल्स पोलियों की खुराक पिलाई गई।

इस दौरान उपायुक्त ने कहा कि पल्स पोलियो के प्रति जागरुकता ही बचाव का पहला कदम है। भारत पोलियो मुक्त देशों में से एक है; परंतु पोलियो मुक्त बने रहने के लिए पोलियो की दो बूंद का उपयोग अवश्य करें। आगे उपायुक्त ने कहा कि पल्स पोलियों के सफल क्रियान्वयन को लेकर सभी संबंधित अधिकारियों एवं कर्मियों को उनके दायित्वों से अवगत कराया गया है। साथ ही जरूरी दिशा-निर्देश दिया गया है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारियों को शत-प्रतिशत बच्चों को प्रतिरक्षित करने के लिए माइक्रोप्लान बनाकर स्वास्थ्य विभाग से समन्वय बनाकर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

इस अभियान के दौरान 0 से लेकर 5 वर्ष तक के 4,91,635 बच्चों को पोलियो की खुराक देने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि अभियान के पहले दिन 2325 बूथों पर खुराक दी जाएगी। वहीं 13-14 अक्तूबर को घर-घर जाकर बच्चों को खुराक दी जाएगी। अभियान में 4650 स्वास्थ्य कर्मियों को लगाया गया है। आगे उपायुक्त ने कहा कि पोलियो लाइलाज बीमारी है, जो बच्चों में दिव्यांगता का प्रमुख कारण है। बच्चों को “डबल सुरक्षा” सुनिश्चित करने के लिए दो बूंद जिन्दगी की खुराक हर बार पिलाई जाना जरुरी है।

उपायुक्त ने सभी अभिभावकों से अह्वान करते हुए कहा कि वे अपने बच्चों को दो बूंद जिंदगी की खुराक अवश्य पिलाएं ताकि कोई भी बच्चा न छूटे।

उप विकास आयुक्त स्मृता कुमारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अनीता कुजूर, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी अंजना भारती, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी समेत अन्य संबंधित अधिकारियों ने भी मातृत्व शिशु अस्पताल चैताडीह में बच्चों को पल्स पोलियों की दवा पिलाकर अभियान की शुरुआत की।

मौके पर उपविकास आयुक्त ने कहा कि आज से पल्स पोलियों कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया है, जो 14 अक्टूबर तक संचालित किया जाएगा। जिसमें आज बूथ पर बच्चों को दवा पिलाई जाएगी। इसके अलावा 13 और 14 अक्टूबर को स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा घर-घर जाकर 0 से 5 साल के बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक दी जाएगी। आगे उन्होंने कहा कि पल्स पोलियो कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य है कि कोई भी बच्चा पल्स पोलियो से ग्रसित ना हो और इस अभियान से किसी का कोई भी बच्चा ना छूटे। इस अभियान के सफल क्रियान्वयन को लेकर लगभग 2400 बूथ बनाए गए हैं। उन्होंने सभी जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा कि अपने बच्चों को बूथ पर लेकर पहुंचे और पल्स पोलियो की खुराक अवश्य दें ताकि आपका बच्चा भविष्य में पोलियो से ग्रसित न हो।

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