डीसी ने कुष्ठ रोग खोज अभियान (LCDC) 2025 हेतु जिला समन्वय समिति से संबंधित की बैठक, दिए जरूरी दिशा-निर्देश
Last Updated on November 4, 2025 by Gopi Krishna Verma
उपायुक्त ने सभी संबंधित विभागों को आपसी समन्वय के साथ काम करने का निर्देश दिया

गिरिडीह। जिला उपायुक्त रामनिवास यादव ने आज समाहरणालय सभागार में कुष्ठ रोग खोज अभियान (LCDC) 2025 हेतु जिला समन्वय समिति से संबंधित बैठक की।
बैठक के दौरान सिविल सर्जन के द्वारा उपायुक्त सहित बैठक में उपस्थित अन्य अधिकारियों को जानकारी दी गई कि केंद्र सरकार के निर्देश पर आगामी 10 नवंबर से 26 नवंबर 2025 तक पूरे जिले में कुष्ठ रोग खोज अभियान प्रथम चक्र चलाया जाना है जिसके तहत घर-घर जाकर डोर-टू-डोर सर्वे के माध्यम से कुष्ठ रोगियों की पहचान की जानी है। बैठक के दौरान पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से कुष्ठ रोग खोज अभियान के तहत किए जाने वाले कार्यों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई।

इस दौरान बताया गया कि कुष्ठ रोगियों को उनके उपचार की अवधि के दौरान पोषण सहायता के रूप में ₹500 प्रति माह दिए जाते है। बैठक के दौरान उपायुक्त, श्री रामनिवास यादव ने कुष्ठ रोग खोज अभियान प्रथम चक्र के सफल आयोजन को लेकर कई महत्वपूर्ण विषयों पर सभी के साथ चर्चा की गई एवं आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। उपायुक्त ने सभी संबंधित विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने का निर्देश दिया। वहीं उन्होंने अभियान का व्यापक प्रचार प्रसार सुनिश्चित करते हुए कार्य करने का निर्देश दिया। इस दौरान घर-घर जाकर सर्वे किया जाएगा, सहिया और एएनएम संभावित कुष्ठ रोगियों की पहचान करेंगी और सभी संबंधित विभागों के बीच समन्वय स्थापित करने पर जोर दिया गया।

अभियान के सफल आयोजन हेतु उपायुक्त ने जिला एवं प्रखंड स्तर पर आयोजित किए जाने वाले प्रशिक्षण का बेहतर संचालन सुनिश्चित करते हुए कार्य में लगे सभी अधिकारियों एवं कर्मियों का प्रशिक्षण अच्छी तरह से पूरा करने का निर्देश दिया।
बैठक में उपायुक्त ने संबंधित विभागों समाज कल्याण, शिक्षा, पंचायती राज, स्वास्थ्य विभाग आदि से आपसी समन्वय के साथ अभियान को सफल बनाने का निर्देश दिया।

उन्होंने कहा कि सर्वे के दौरान यदि टीबी, मलेरिया अथवा अन्य बीमारियों के मरीज मिलते हैं तो उनकी सूची बनाकर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र भेजा जाए। अभियान में सहिया, सीएचओ, एएनएम व मेडिकल अधिकारियों को प्रशिक्षण के दौरान कुष्ठ रोग के साथ अन्य बीमारियों की जानकारी देने पर भी बल दिया गया।
