सरकारी जमीन अतिक्रमण को लेकर ग्रामीणों में रोष, सीओ को आवेदन कर जमीन मुक्त करने का किया आग्रह
Last Updated on May 23, 2025 by Gopi Krishna Verma

बिरनी। प्रखंड क्षेत्र के ग्राम मंडरखा में एक गैर मजरूआ सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। इस बीच ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि इसी गांव निवासी संतोष कुमार महतो उर्फ सहदेव महतो एवं उनकी पत्नी के द्वारा खाता संख्या 40, प्लॉट संख्या 1564 की गैरमजरूआ जमीन पर जबरन अतिक्रमण कर निर्माण कार्य किया जा रहा है, जबकि उक्त जमीन से संबंधित उनके पास कोई वैध दस्तावेज नहीं है, इसके बावजूद वे भूमि पर अपना मालिकाना हक जताते हुए निर्माण की कोशिश कर रहे हैं।

वहीं ग्रामीणों ने इस अवैध गतिविधि के खिलाफ आवाज़ उठाते हुए बिरनी अंचलाधिकारी संदीप कुमार मद्धेशिया को एक लिखित आवेदन देकर है आग्रह किया कि समुचित जांच करवा कर जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त करवाया जाए एवं दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
ग्रामीणों का कहना है कि यह जमीन वर्षों से सार्वजनिक उपयोग में रही है और इस पर किसी व्यक्ति विशेष का अधिकार नहीं रहा है। यदि इस प्रकार से कब्जा करने की प्रवृत्ति को नहीं रोका गया तो भविष्य में अन्य सरकारी भूमि भी ऐसे ही अतिक्रमण की चपेट में आ सकती है।

आवेदन मिलने के बाद अंचल कार्यालय ने तत्काल इस मामले को संज्ञान में लेते हुए कर्मचारी प्रतीक मेधेसिया को जांच के लिए मंडरखा भेजा। उन्होंने मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया और संतोष कुमार महतो को निर्देश दिया कि वह जमीन से संबंधित सभी दस्तावेजों को लेकर अंचल कार्यालय में उपस्थित हों। जांच अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि बिना वैध दस्तावेजों के किसी भी प्रकार का कब्जा पूरी तरह से गैरकानूनी है और इस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आपको बता दें कि जमीन से यह मामला बिरनी प्रखंड में पहला नहीं है ऐसे कई मामले हैं जो अभी तक लंबित हैं अब देखना यह होगा कि अंचल प्रशासन इस मामले में कितनी तत्परता और निष्पक्षता से कार्रवाई करता है और सरकारी जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कर पाता है या नहीं। इस पूरे मामले पर ग्रामीणों की नजर बनी हुई है और वे उम्मीद लगाए बैठे हैं कि उन्हें जल्द ही न्याय मिलेगा।
