स्पॉन्सरशिप योजना में तेजी लाएं, ज्यादा-से-ज्यादा योग्य बच्चों का चयन कर इसका लाभ दें: डीसी
Last Updated on June 18, 2025 by Gopi Krishna Verma

गिरिडीह। बुधवार समाहरणालय सभागार में उपायुक्त रामनिवास यादव की अध्यक्षता में सामाजिक सुरक्षा अंतर्गत संचालित विभिन्न विकासात्मक योजनाओं और स्पॉन्सरशिप योजना समेत अन्य कार्यों की बारी बारी समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिए गए।

बैठक में उप विकास आयुक्त, सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा, बाल संरक्षण पदाधिकारी, चाइल्ड यूनिट के कर्मी समेत अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। बैठक के दौरान सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा कोषांग ने उपायुक्त को पेंशन योजनाओं, राष्ट्रीय परिवार लाभ योजना (एनएफबीएस), मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना, वृद्धा पेंशन, दिव्यांग पेंशन व विधवा पेंशन व अन्य सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत लाभुकों को दिये जा रहे लाभ की जानकारी दी।
उपायुक्त ने नियमित रूप से लाभुकों को पेंशन के लाभ से लाभान्वित करने तथा बचे हुए लाभुकों के आधार एवं मोबाइल नंबर सीडिंग का कार्य जल्द पूर्ण करने का निर्देश दिया। इसके अलावा उपायुक्त ने स्पॉन्सरशिप योजना के तहत जिले में बच्चों को मिलने वाले लाभ की जानकारी दी। बताया गया कि दिसंबर 2024 से फरवरी 2025 तक कुल 439 बच्चों को इस योजना से आच्छादित किया गया है। साथ ही बताया गया कि मई 2025 में 60 बच्चों का अनुमोदन किया गया है, आवंटन के आभाव में भुगतान नहीं हो पाया है, इस संबंध में उपायुक्त ने संबंधित विभाग को आवंटन आने के पश्चात यथाशीघ्र भुगतान करने का निर्देश दिया गया। इसके अलावा उपायुक्त ने इस योजना के बारे में जागरूकता बढ़ाने और अधिक बच्चों को इसके दायरे में लाने के निर्देश दिए।

उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा कि योजना का लाभ सही लोगों तक पहुंचे और किसी भी बच्चे को योजना से वंचित न किया जाए। स्पॉन्सरशिप योजना, बच्चों को वित्तीय सहायता प्रदान करने की एक सरकारी पहल है, खासकर उन बच्चों के लिए जिनके माता-पिता नहीं हैं या गंभीर परिस्थितियों में हैं। यह योजना बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में मदद करती है।