श्री झारखंड नाथ प्लस-2 उच्च विद्यालय, तारा में व्यापक साफ-सफाई कार्यक्रम का हुआ आयोजन

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Last Updated on September 25, 2025 by Gopi Krishna Verma

गिरिडीह। जिला उपायुक्त रामनिवास यादव के निर्देशानुसार “स्वच्छता ही सेवा-2025” अभियान के अंतर्गत गुरुवार को झारखंड नाथ प्लस-2 उच्च विद्यालय, तारा जमुआ, गिरिडीह में व्यापक साफ-सफाई कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यालय परिसर एवं आसपास के क्षेत्र में साफ-सफाई कर बच्चों एवं स्थानीय समुदाय को स्वच्छता के प्रति जागरूक बनाना रहा।

कार्यक्रम की शुरुआत स्वच्छता शपथ के साथ हुई, जिसमें सभी छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने मिलकर स्वच्छ एवं स्वस्थ भारत के निर्माण का संकल्प लिया। शपथ के उपरांत विद्यालय परिसर को अलग-अलग हिस्सों में बांटकर स्वच्छता कार्य प्रारंभ किया गया। छात्रों को कई दलों में विभाजित किया गया तथा प्रत्येक दल के साथ एक-एक शिक्षक को टैग किया गया, जिससे अभियान व्यवस्थित एवं सफलतापूर्वक सम्पन्न हो सके। बच्चों ने इस अभियान में अत्यधिक उत्साह एवं सक्रियता दिखाई। सभी ने मिलकर विद्यालय परिसर, कक्षाओं, खेल मैदान और आसपास की गलियों की सफाई की। विशेष ध्यान कचरा प्रबंधन पर दिया गया। बच्चों ने प्लास्टिक और बायोडिग्रेडेबल कचरे को अलग-अलग एकत्र किया। इस अभ्यास से बच्चों में कचरे के पृथक्करण एवं पुनर्चक्रण के प्रति जागरूकता देखने को मिली।

पूरे कार्यक्रम की अगुवाई विद्यालय के शिक्षक विश्वनाथ सोनी ने की। शिक्षकों ने छात्रों को टीम भावना, अनुशासन और सफाई के महत्व पर प्रेरित किया। अंत में विद्यालय के प्रभारी महोदय ने अभियान का मूल्यांकन करते हुए विजेता दल की घोषणा की। विजेता छात्रों को पुरस्कृत भी किया गया। पुरस्कार प्राप्त कर बच्चों में उत्साह एवं ऊर्जा का संचार हुआ और सभी छात्रों ने भविष्य में भी स्वच्छता बनाए रखने का संकल्प लिया। अभियान के दौरान बच्चों ने न केवल विद्यालय में, बल्कि अपने घरों एवं आसपास की बस्तियों में भी नियमित रूप से साफ-सफाई करने का निश्चय किया। यह पहल न केवल विद्यालय स्तर तक सीमित रही, बल्कि स्थानीय समाज में भी स्वच्छता का संदेश देने का कार्य किया। कार्यक्रम के अंत में सभी बच्चों एवं शिक्षकों ने स्वच्छता शपथ दोहराई। सभी ने मिलकर यह प्रण लिया कि वे न तो स्वयं गंदगी फैलाएंगे और न किसी को फैलाने देंगे। बच्चों ने हैंडवॉश कर स्वच्छ रहने एवं दूसरों को भी जागरूक करने की जिम्मेदारी निभाई।

विद्यालय में आज का स्वच्छता अभियान एक उत्सव जैसा प्रतीत हुआ। इस अवसर पर बच्चों ने “एक दिन, एक घंटा, एक साथ” के संकल्प को सार्थक करते हुए साफ-सफाई के महत्व को व्यवहारिक रूप से सीखा। इस अभियान में छात्रों की भागीदारी, शिक्षकों का मार्गदर्शन एवं विद्यालय प्रशासन का सहयोग सराहनीय रहा। निश्चित रूप से इस प्रकार के प्रयास आने वाले समय में न केवल विद्यालय, बल्कि पूरे समाज को स्वच्छ एवं स्वस्थ बनाने में सहायक सिद्ध होंगे।व्यवहार स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता।

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