बढ़ते ठंड एवं शीतलहरी को देखते हुए कई जरूरतमंदों के बीच मंत्री सुदीव्य कुमार किया कंबल वितरण, कहा ठंड से बचाव सरकार व प्रशासन की प्राथमिकता

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Last Updated on December 14, 2025 by Gopi Krishna Verma

शीतलहर और रात के तापमान में लगातार हो रही गिरावट को देखते हुए जिला प्रशासन ने पूरे जिले में जरूरतमंद लोगों के लिए बड़े पैमाने पर अलाव की कि गई व्यवस्था सुनिश्चित

गिरिडीह। कड़ाके की ठंड और शीतलहर को देखते हुए जिला प्रशासन जरूरतमंदों की मदद में जुट गया है। इसी क्रम में शनिवार को सुदिव्य कुमार, मंत्री उच्च एवं तकनीकी शिक्षा, नगर विकास एवं आवास, पर्यटन, कला एवं संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग झारखंड सरकार ने बड़ा चौक पर कई जरूरतमंदों/गरीब/असहाय लोगों के बीच कंबल का वितरण किया गया। ताकि ठंड से परेशान लोगों को राहत मिल सकें।

इस दौरान उन्होंने कहा कि ठंड से किसी भी गरीब को परेशानी न हो, यह प्रशासन की प्राथमिकता है। उन्होंने संबंधित पदाधिकारी को निर्देशित किया कि सभी प्रखंडों/नगर पंचायतों को आवश्यकता के अनुरूप कंबल उपलब्ध कराए जाएं और वितरण पूरी पारदर्शिता के साथ पात्रता के आधार पर कराया जाए।

मौके पर उपायुक्त रामनिवास यादव, उप नगर आयुक्त प्रशांत लायक, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा कौशिक अप्पू समेत अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। गौरतलब हो कि कंबल वितरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बढ़ते ठंड और शीतलहरी को देखते हुए जिला प्रशासन ने आम नागरिकों की सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता देते हुए त्वरित कदम उठाए हैं। जिले में 68 हजार कम्बल का वितरण किया जायेगा। जिसका 50 प्रतिशत कंबल सभी प्रखंडों में भेजा जाएगा।

जिला प्रशासन का प्रयास है कि हर एक जरूरतमंद को कंबल उपलब्ध कराया जाए ताकि ठंड से परेशान लोगों को राहत मिल सकें। साथ ही साथ राज्य सरकार के निर्देश के आलोक में शीतलहर और रात के तापमान में लगातार हो रही गिरावट को देखते हुए जिला प्रशासन ने पूरे जिले में जरूरतमंद लोगों के लिए बड़े पैमाने पर अलाव की व्यवस्था की है। जिला प्रशासन की इस विशेष मुहिम के तहत न केवल गिरिडीह मुख्यालय के सभी प्रमुख चौक-चौराहों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन परिक्षेत्र एवं रात में खुली जगहों पर सोने वाले लोगों की बस्तियों में अलाव जलाए जा रहे हैं, बल्कि जिले के सभी प्रखंडों में भी व्यापक स्तर पर यह व्यवस्था की गई है।

प्रखंड मुख्यालयों, पंचायत भवन परिसरों, ग्रामीण हाट-बाजारों, धार्मिक स्थलों के पास, मजदूर चौकियों तथा बेघर एवं दिहाड़ी मजदूरों की अधिक संख्या वाले स्थानों पर नियमित रूप से अलाव जल रहे हैं। सभी अंचल अधिकारियों एवं प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि लकड़ी, कोयला की कमी किसी भी हाल में न हो। साथ ही मौसम की स्थिति को देखते हुए जरूरत पड़ने पर तुरंत अतिरिक्त अलाव की व्यवस्था की जाए।

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