इफको का केंदुआगढा में किसानों का एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
Last Updated on November 16, 2025 by Gopi Krishna Verma

गिरिडीह। रविवार को इफको नैनो यूरिया एवं डीएपी का परिणाम किसानों को दिखाया गया। इफको नैनो उर्वरकों के परिणाम प्रत्यक्ष रूप से किसानों को दिखाने के लिए इफको ने गिरिडीह ज़िले के बेंगाबाद प्रखंड अंतर्गत केंदुआगढ़ा, प्रखण्ड बेंगाबाद में एक क्षेत्र दिवस का आयोजन किया। कार्यक्रम में किसानों से रबी के फसलों में प्रयोग होने वाले सूक्ष्म एवं विशेष उर्वरकों के बारे में चर्चा की गई।

इफको द्वारा विकसित नैनो उर्वरकों के बारे में चर्चा करते हुए उन्हें बताया कि किसी भी बीज़ का बुवाई से पहले उनका नैनो डीएपी से शोधन अवश्य करें। वहीं बताया गया की 5 ग्राम प्रति किलो बीज़ के दर से शोधन मात्र से बीज़ का अंकुरण में बहुत सुधार होता है एवं उनके तना भी स्वस्थ एवं मज़बूत निकलते हैं एवं जड़ का फैलाव भी बहुत अच्छा होता है। बुवाई या रोपाई के करीब 25-30 दिन के बाद नैनो यूरिया एवं डीएपी का छिड़काव के रूप में अवश्य प्रयोग करना चाहिए। नैनो उर्वरकों के प्रयोग से दानेदार उर्वरकों के मात्रा को 50% तक कम किया जा सकता है। किसानों को समझाया गया कि अभी ठंड के प्रकोप से बचाव एवं फसलों के उचित बढ़वार हेतु सल्फर का प्रयोग करना चाहिए।

मौके पर इफको अधिकारी के देव कुमार, रितेश श्रीवास्तव, नवीन कुमार, नितेश कुमार सहित करीब एक सौ किसानों ने भाग लिया। किसान में जयनारायण महतो के खेत पर लगे इफको नैनो डीएपी के प्रदर्शन प्रक्षेत्र को दिखाया गया एवं उनका अनुभव साझा किया गया।
