झारखंड राज्य स्थापना दिवस हमारी संस्कृति, अस्मिता और संघर्ष की पहचान: मंत्री सुदीव्य कुमार

0

Last Updated on November 15, 2025 by Gopi Krishna Verma

एक नज़र:

  • धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती और झारखंड राज्य स्थापना दिवस समारोह 2025 के उपलक्ष्य में ऐतिहासिक झंडा मैदान में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन।
  • मुख्य अतिथि मंत्री सुदीव्य कुमार समेत सभी सम्मानित अतिथियों के द्वारा भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
  • झारखंडी संस्कृति, परंपरा और गौरव का अद्वितीय संगम रहा जिलास्तरीय समारोह‌।
  • झारखंड राज्य स्थापना दिवस हमारी संस्कृति, अस्मिता और संघर्ष की पहचान: मंत्री सुदीव्य कुमार
  • झारखंड की यह धरती न केवल खनिज संपदा से समृद्ध है, बल्कि अपनी जीवंत लोक संस्कृति, लोक परंपरा, गीत-संगीत और नृत्य के माध्यम से विश्व पटल पर अपनी विशिष्ट पहचान रखती है: उपायुक्त

गिरिडीह। धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती और झारखंड राज्य स्थापना दिवस समारोह 2025 के उपलक्ष्य में ऐतिहासिक झंडा मैदान में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री सुदिव्य कुमार, माननीय मंत्री, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा, नगर एवं आवास, पर्यटन, कला एवं संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग, झारखंड सरकार, राज्यसभा सांसद, उपायुक्त गिरिडीह, जिला बीस सूत्री अध्यक्ष, पुलिस अधीक्षक, पूर्वी वन प्रमंडल पदाधिकारी समेत अन्य सम्मानित अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। इसके पश्चात सभी सम्मानित अतिथियों के द्वारा भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। भगवान बिरसा मुंडा का जीवन परिचय एक ऐसा सफ़र जिसमें संघर्ष, अस्मिता, संस्कृति, और विकास की कहानियां समाई हैं। इसके उपरांत उपायुक्त ने स्वागत अभिभाषण के साथ कार्यक्रम को आगे बढ़ाया।

उपायुक्त ने अपने संबोधन में कहा कि आज झारखण्ड राज्य के रजत जयंती समारोह पर उपस्थित मंत्री, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा, नगर एवं आवास, पर्यटन, कला एवं संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग, श्री सुदिव्य कुमार, माननीय राज्यसभा सांसद, जिला बीस सूत्री अध्यक्ष समेत सभी सम्मानित अतिथियों तथा सभी गणमान्य, मीडिया बंधु एवं समस्त जिलावासी को जोहार।सर्वप्रथम मैं नमन करता हूँ उस महानायक को जिन्होने न केवल हमारे जंगल जमीन की रक्षा की बल्कि अपने संस्कृति एवं विरासत एवं (स्वराज) हेतु स्वाभिमान के साथ औपनिवेशिक शासक को झुकने पर मजबुर कर दिया। (आज का विशेष दिन समर्पित है) आज का ही वह स्वर्णिम दिन था जब हमारे महानायक भगवान बिरसा मुण्डा का जन्म 1875 में राँची के उलिहातू गाँव में हुआ।

इस दिन को झारखण्ड के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया। आज जब झारखण्ड अपने 25वीं स्वर्णिम वर्ष पूर्ण कर रहा है। मैं नमन करता हूँ सिद्धो-कान्हो, चॉद-भैरव फुलो-झानो, तिलका मांझी, जयपाल सिंह मुण्डा, पोटो हो, बुधु भगत जैसे अनगिनत आन्दोलनकारियों को जिन्होनें इस माटी की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। इसके साथ ही यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि हम अपने युवा झारखण्ड के रजत जयंती समारोह के साक्षी है। आज का यह दिन हम सभी झारखंडवासियों के लिए अत्यंत गर्व और उत्साह का दिन है। झारखंड अपने 25 वर्ष के युवा सफर में प्रवेश कर चुका है कि एक ऐसा सफर जिसमें संघर्ष, अस्मिता, संस्कृति, और विकास की कहानियाँ समाई है।

झारखंड की यह धरती न केवल खनिज संपदा से समृद्ध है, बल्कि अपनी जीवंत लोक संस्कृति, लोक परंपरा, गीत-संगीत और नृत्य के माध्यम से विश्व पटल पर अपनी विशिष्ट पहचान रखती है। इस गौरवशाली अवसर को हम सभी एक उत्सव की तरह मना रहें है जिसमें विभिन्न कार्यक्रमों (जैसे Run for jharkhand, Cyclothon, पारम्परिक नृत्य, संगीत एवं विभिन्न प्रतिभागियो) के माध्यम से झारखण्ड की कला संस्कृति की झलक (गाँव-गाँव / गली-गली) दूर-दूर तक दिखी। झारखण्ड का हृदय” कही जाने वाली गिरिडीह जिला भी अपने विकास की नई कहानी लिख रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, कृषि महिला सशक्तिकरण की दिशा में जहाँ एक ओर अपने सभी लक्ष्यों को पुरा करते हुए आगे बढ़ रहा है वही दूसरी ओर अवसंरचना के निर्माण में भी नई सीढ़ियाँ चढ़ रहा है।

झारखंड लिख रहा है विकास का नया अध्याय और प्रगति की गाथा

आज हम सब मिलकर अपने राज्य के 25 गौरवशाली वर्षों का उत्सव मना रहे हैं। यह अवसर केवल अतीत की उपलब्धियों को याद करने का नहीं, बल्कि आने वाले वर्षों के संकल्प को मजबूत करने का है। झारखण्ड राज्य के साथ गिरिडीह जिले ने इन 25 वर्षों में विकास के अनेक नए आयाम छुए हैं। सबसे पहले, बोरो हवाई अड्डे का निर्माण हमारे लिए ऐतिहासिक उपलब्धि है। इससे गिरिडीह का सीधा हवाई संपर्क संभव हुआ, जिससे पर्यटन, व्यापार और प्रशासनिक गतिविधियों में अभूतपूर्व गति मिली है। जिले में सर जे.सी. बोस विश्वविद्यालय की स्थापना से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति आने वाली है।

राष्ट्रीय राजमार्ग 114 के विस्तार और सुदृढीकरण ने जिले के सर्पकता को और बेहतर बनाया है। इसके साथ ही नये समाहरणलय भवन का निर्माण पपरवाटांड में किया गया जो आधुनिक प्रशासनिक आवश्यकताओं के अनुरूप है। इसके आलावे न्यू गिरिडीह रेलवे स्टेशन का निर्माण हमारे रेल मार्ग के नेटवर्क को मजबूत करता है तथा लोगो की आवाजाही को और सुगम बनाता है। पर्यावरण सरंक्षण को प्राथमिकता देते हुए जिले में बराकर जैव विविधता पार्क का निर्माण कराया जा रहा है। जो आने वाली पीढियों के लिए प्रकृति संवर्धन का महत्वपूर्ण केंन्द्र बनेगा।

गिरिडीह को औद्योगिक पटल पर अग्रणी बनाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कार्य हुए है। प्राकृतिक खनिज संपदा से समृद्ध होने के कारण स्टील उद्योगों राज्य एवं देश में अग्रणी बना है और रोजगार सृजन को गति दी है। वर्तमान सरकार की झारखण्ड इंडस्ट्रियल एंड इन्वेस्टमेंट प्रमोशन पॉलिसी 2021 के तहत MSME तथा विदेशी निवेश को विशेष बढावा मिला है, जिसके परिणामस्वरूप गिरिडीह में कई नई औद्योगिक इकाईया स्थापित की गई हैं। साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में इंजीनियरिंग कॉलेज मेडिकल कॉलेज तथा अन्य शिक्षण स्थानों की स्थापना से यहा के युवाओं को अपने ही जिले में उच्च शिक्षा और रोजगार के अवसर प्राप्त हो रहें हैं।

गिरिडीह जिला में प्रसिद्ध पर्यटन स्थल की बात करे तो झारखण्ड सरकार के अथक प्रयास से जिले के पर्यटन स्थलों को देशव्यापी ख्याती प्राप्त हुई है, जिसमे खंडोली, उसरी फॉल, झारखण्ड धाम, हरिहर धाम, राजदाहा धाम, बुढवा महादेव और पारसनाथ पहाड़ी जैसे कई लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। सरकार इन पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों के लिए सुविधाओं का विकास कर रही है। खंडोली यहां एक मरीन ड्राइव, पार्क, कॉटेज, इको-विलेज और वॉच टावर विकसित किया जा रहा है। इसके अलावा वाटर फॉल यहां पर्यटकों के लिए टूरिस्ट हट्स, शौचालय और पार्क बनाए जा रहे हैं। गिरिडीह की यह 25 वर्ष की यात्रा उपलब्धियों और निरंतर प्रगति की कहानी है। आज रजत जयंती के इस पावन अवसर पर मैं यह संकल्प लेता हूँ आने वाले वर्षों में हम सभी के सहयोग से गिरिडीह को पूरी तरह विकसित और आधुनिक शहर का दर्जा दिलाएंगें जहाँ शिक्षा, स्वास्थय, रोजगार, उद्योग, पर्यावरण और मूलभूत सुविधाएँ अपने सर्वोतम रूप में उपलब्ध हो। जनजातीय परम्पराओ पर आधारित सशक्त झारखण्ड के स्वप्न को साकार करने की दिशा में 25 वर्ष की यात्रा पुरी करते हुए आज हम सब इस संकल्प के साथ अगामी वर्षों में भी हम इसी मेहनत के साथ आगे बढ़ेंगे। अनंत संभावनाओं को संजोए हुए गिरिडीह जिला आत्मविश्वास के साथ प्रगति पथ पर निरंतर अग्रसर हो रहा है जहाँ हम ग्रामीण स्तर तक सरकार द्वारा संचालित सभी योजनाओं की पहुँच सुनिश्चित कराने हेतु प्रतिबद्ध है। भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती एवं झारखंड राज्य स्थापना रजत जयंती समारोह 2025 के उपलक्ष्य पर आयोजित

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सुदीव्य कुमार मंत्री, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा, नगर एवं आवास, पर्यटन, कला एवं संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग, झारखंड सरकार) ने कहा कि हमारे जीवन में कुछ दिन बड़े सौभाग्य से आते हैं। और, जब ये दिन आते हैं तो हमारा कर्तव्य होता है कि हम उनकी आभा को, उनके प्रकाश को अगली पीढ़ियों तक और ज्यादा भव्य स्वरूप में पहुंचाएं! आज का ये दिन ऐसा ही पुण्य-पुनीत अवसर है। 15 नवम्बर की ये तारीख ! धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जन्मजयंती ! झारखण्ड का स्थापना दिवस ! यह वास्तव में झारखंड राज्य के लिए एक बहुत ही हर्ष और गौरव का क्षण है, क्योंकि आज, 15 नवंबर 2025 को, झारखंड की स्थापना के 25 साल पूरे होने पर रजत जयंती समारोह मनाया जा रहा है। इसके साथ ही धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती भी है, जिन्हें आज “जनजातीय गौरव दिवस” के रूप में मनाया जा रहा है।

झारखंड की आजादी के लिए कई आंदोलनकारियों और स्वतंत्रता सेनानियों ने अपना जीवन समर्पित किया, तब जाकर हमने झारखंड राज्य को राष्ट्रीय पटल पर एक सशक्त एवं समृद्ध झारखंड के रूप में लाकर खड़ा किया है। भगवान बिरसा मुंडा और हमारे कोटि-कोटि आदिवासी स्वतन्त्रता सेनानियों, वीर-वीरांगनाओं के चरणों में आज श्रृद्धापूर्वक अर्पित करता हूँ। इस अवसर पर मैं सभी झारखण्ड वासियों को, सभी आदिवासी भाई-बहनों को और हमारे देशवासियों को अनेक अनेक हार्दिक बधाई देता हूं। आगे मंत्री ने कहा कि झारखंड राज्य ने अपने पिछले 25 वर्षों के अस्तित्व में विकास के महत्वपूर्ण नए आयाम स्थापित किए हैं।

मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार हरेक वर्ग के विकास के लिए कार्य कर रही है। साथ ही विशेष जनजातियों और आदिवासी समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए संकल्पित है। हमारा लक्ष्य है कि इन वर्गों का जीवन स्तर बेहतर हो, वे आत्मनिर्भर बनें और विकास की मुख्यधारा में सम्मिलित हों। उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी जनजातीय समुदाय की सदैव चिंता करते हैं और उनके विकास के लिए समर्पित भाव से कार्य कर रहे हैं। राज्य सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और आवास जैसी बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करने हेतु अनेक योजनाएं संचालित कर रही है।

मंत्री सुदिव्य ने सर्वजन पेंशन योजना, अबुआ आवास, मईया सम्मान योजना, सावित्रीबाई फुले समृद्धि योजना, सीएम रोजगार सृजन योजना, गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना जैसी अनेक महत्वाकांक्षी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अबुआ आवास के तहत स्वीकृत आवास और सड़क निर्माण कार्यों को उच्च गुणवत्ता के साथ समय-सीमा में पूर्ण करने पर जोर दिया। मंत्री ने झारखंड राज्य स्थापना रजत जयंती समारोह के अवसर पर झंडा मैदान में आयोजित कार्यक्रम में झारखंड के आंदोलनकारी एवं स्वतंत्रता सेनानियों को भगवान बिरसा मुंडा का मोमेंटो, शॉल एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। कहा कि यह कार्यक्रम स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को स्वीकार करने और बिरसा मुंडा के ‘उलगुलान’ आंदोलन को सम्मान देने के लिए आयोजित किया गया है, जिसने आदिवासी भूमि अधिकारों और पारंपरिक मान्यताओं की रक्षा की।

समृद्ध झारखंड एवं सशक्त झारखंड की ओर बढ़ रहा है अपना प्रदेश। स्थापना दिवस समारोह कार्यक्रम में माननीय मंत्री महोदय ने विकास योजनाओं से संबंधित विभिन्न योजनाओं का ऑनलाइन शिलान्यास किया, जिसकी कुल लागत 307.94 करोड़ है। इसके अलावा झारखंड राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष 2025 के उपलक्ष्य में आयोजित जिला स्तरीय क्विज, पेंटिंग, निबंध लेखन प्रतियोगिता में चयनित प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।

मंत्री महोदय के द्वारा क्विज, पेंटिंग, निबंध लेखन, कथा वाचन, नृत्य में कुल 06 छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। साथ ही जिला कल्याण विभाग अंतर्गत मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत कुल 07 लाभुकों को लाभ दिया गया। जिसके तहत महिंद्रा स्कॉर्पियो क्लासिक के लिए 16,92,144, ई रिक्शा के लिए 1,95,000, टाटा इंट्रा के लिए 9,14,000, जनरल स्टोर के लिए 9,50,000, स्टेशनरी जनरल स्टोर के लिए 5,00,000, जोहार किराना मार्केट के लिए 05 लाख, गारमेंट शॉप के लिए 05 लाख रुपए का चेक प्रदान किया गया।

सूचना एवं जनसंपर्क विभाग का यह स्टॉल जहां एक ओर सूचना के प्रसार का सशक्त मंच बन रहा है, वहीं दूसरी ओर युवाओं के लिए आकर्षण और प्रेरणा का केंद्र भी साबित हो रहा है।

मंत्री एवं उपायुक्त समेत अन्य सम्मानित अतिथियों ने झारखंड राज्य स्थापना दिवस समारोह 2025 के शुभ अवसर पर झंडा मैदान में लगाए गए स्टॉल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में माननीय मंत्री ने सभी स्लॉट में विकास योजनाओं से संबंधित जानकारियां प्राप्त की एवं सूचना एवं जनसंपर्क द्वारा लगाए गए स्टॉल की सराहना की एवं सेल्फी खिंचवाई।

सूचना एवं जनसंपर्क विभाग का स्टॉल लोगों के बीच खास आकर्षण रहा, बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, छात्र एवं युवा स्टॉलों पर पहुंचकर राज्य सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्राप्त किए। विभाग इस स्टॉल में केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की विस्तृत जानकारी दे रहा है। स्टालों पर प्रदर्शित डिजिटल स्क्रीन, पोस्टर, वीडियो और इंटरैक्टिव डिस्प्ले के माध्यम से योजनाओं की जानकारी सरल और रोचक तरीके से दी जा रही है।

खास बात यह है कि इस स्टॉल को लेकर युवाओं में खासा उत्साह है। कई युवा सेल्फी भी ले रहे हैं, युवाओं का कहना है कि इस तरह के प्रदर्शन न सिर्फ जानकारीपूर्ण होते हैं, बल्कि प्रेरणादायक भी होते हैं, क्योंकि इससे सरकार की उपलब्धियों और जनहित में किए जा रहे प्रयासों की झलक मिलती है। आगंतुकों ने विभाग की इस पहल की सराहना की और कहा कि कार्यक्रम में लगाये गये ऐसे जन जागरूकता स्टॉल सरकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने का प्रभावी माध्यम साबित हो रहे हैं।

सूचना एवं जनसंपर्क विभाग का यह स्टॉल जहां एक ओर सूचना के प्रसार का सशक्त मंच बन रहा है, वहीं दूसरी ओर युवाओं के लिए आकर्षण और प्रेरणा का केंद्र भी साबित हो रहा है।

About Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed